@रियाज़ तनवीर शेख-
गर्मी और बारिश के बिच का मौसम था यह तस्वीर हाईवे पर ली गयी है यह एक ऑटो रिक्शा है जो की इसमें पैसेंजर बिठाये जाते है लेकिन इसमें पैसेंजर की जगह कुछ अलग ही नजारा दिखाई दे रहा है , कुछ ऑटो ड्राइवर अपनी ऑटो को पैसेंजर से ओवरलोड करते लेकिन इस तस्वीर में कुछ अलग ही है में हाईवे पर से जरा रहा था मेरी नजर हाईवे पर जारही एक ऑटो रिक्शा पर पड़ी तभी मेने अपने स्मार्ट फ़ोन से उस ऑटो रिक्शा की तस्वीर लेना शुरू करदी फिर में उस ऑटो रिक्शा को फॉलो करते है कुछ दुरी तय करी उस ऑटो रिक्शा वाले ने मुझे फोटो खींचते हुए देख लिया था उस ऑटो ड्राइवर से कुछ खास बाते हुयी वह ऑटो ड्राइवर एक दम युवा था उसकी उम्र लगभग २२ से २४ साल के लगभग थी फिर मेने उस ऑटो ड्राइवर से सवाल क्या की आप इसमें पैसेंजर के बिठाने की जगह आप सामान क्यों रख कर ले जारहे हो वो भी ओवरलोड जवाब मिला घर पर कमाने वाला कोई नहीं है एक माता और एक पिता है अब इस भरी गर्मी में बड़ी मुश्किल से पैसेंजर मिलते है इसी की वजह से मुझे यह काम करना पड़ रहा है पिता जी की तबियत ठीक नहीं रहती है उन्हें दवाईया की जरुरत रोज रहती है और जिस दिन यह सारी बाते हुयी उस दिन फादर्स डे था
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