भाग 1 पार्ट न.1
सोच की शक्ति (ताकत)
;हकीकत में सोच वस्तुएं है ; ओर तब शक्तिशाली विचार, तब संपत्ति या भौतिक वस्तुओ में उनका रूपांतरण करने के लिए उद्देश्य , हठ , जिद ओर तीव्र मन इच्छा के साथ मिलाया जाता है तो
फिर आप जो सोचते हो उसे हासिल करने में आसानी हो जाती है
जैसे कि आप कुछ भी कार्य करते हो या पढ़ाई लिखाई नोकरी या व्यापार सभी में बड़ी उची उपलब्धि पाने के लिए अपनी सोच का अहम रोल रहता है
अक्सर बहुत से लोगो की सोच युही छोटी मोटी रहती है
जहा करोड़ो कमाए जा सकते है वह लोग लोग लाखो में ही खुश हो जाते है इसी के कारण उनका जीवन युही बैलगाड़ी जैसा चलता रहता है
अगर आप कोई भी काम करते हो तो अपनी बड़ी सोच को प्रभाव में लाकर ही करे फिर क्यों ना वो व्यापार हो या पढ़ाई हमेशा बड़े गोल पर फोकस करे ताकि आप जब बड़ा सोचते है तो आप की शक्ति ति गुना से काम करती है और आप उन बड़े गोल को पूरा करने के लिए काफी सक्षम हो जाते है
जैसे कि - भारत मे चाय तो हर कोई बेचता है लेकिन कोई चाय की दुकान खोल कर करोड़ो कमा रहे है जैसे कि MBA चाय वाला और भी चाय वाले है जो करोड़ो के टर्नओवर कर रहे है आखिर ये भी तो आम आदमी ही है लेकिन इनमे एक खूबी है इनकी सोच बड़ी है इनके गोल बड़े है जब आपकी सोच बड़ी होगी तो आपकी रिक्स लेने की क्षमता भी बढ़ेगी
फिर आप जब रिस्क लोगे तो बेशक आप करोड़ो भी कमा लोगे
बस हमे सिर्फ और सिर्फ अपनी सोच को बड़ी ओर शक्तिशाली करने की जरूरत है
जी हां मेंने आज आपको सोच की ताकत को बढ़ाने के लिए ये टॉपिक लिखा है शायद बहुत से लोगो ने इस टॉपिक को अलग अलग किताबो में पड़ा होगा